पृथ्वी की ऊपरी हिस्सों में तापमान बहुत कम यानी 0 डिग्री के आसपास होता है वाष्पन के कारण वाष्प बने पानी जब क्षोभ मंडल (Troposphere) में आते हैं तब तापमान(Tempereture) कम होने के कारण बर्फ बनना चाहते हैं परंतु बर्फ बनने के लिए उन्हें किसी माध्यम की आवश्यकता होती है| वाष्पन तथा चक्रवात के कारण धूल,मिट्टी, रेत और भी वस्तुए ऊपर(क्षोभ मंडल में )आ जाती है तथा अंतरिक्ष से भी बहुत सारे कण लगभग हर रोज हमारे वायुमंडल में प्रवेश करते हैं और घर्षण के कारण उनकी Size बहुत कम हो जाती है
अब धूल, मिट्टी, रेत और अंतरिक्ष के आए कण वाष्प से साथ मिलकर बर्फ़ का क्रिस्टल बना लेते है ऐसा दिन में अरबों बार होता है अब ये बर्फ़ के क्रिस्टल दूसरे बर्फ़ के क्रिस्टल के के साथ मिलकर एक छोटे बादल का रूप ले लेती है जब इनका वजन बढ़ने लगता है तब यह नीचे आने लगते हैं और नीचे गर्म हवा होने के कारण पिघलने लगते हैं और बुंद का रूप लेकर पृथ्वी पर बरस जाते हैं कभी-कभी चक्रवात के कारण बड़े बड़े जीव भी ऊपर चले जाते हैं जिससे बारिश के समय मछलियां और अन्य जीव भी गिरते हैं





