हम सभी जानते हैं कि हमारे वायुमंडल(atomsphere) में जलवाष्प(water vapour) के बहुत से कण(particle) मौजूद हैं जिनका तापमान(tempereture) बोतल में रखे पदार्थ से ज्यादा होता है | जब गर्म हवाएं के साथ ये जलवाष्प तेजी से गति करते हुए बोतल के सतह(surface) को छूते हैं या उनके संपर्क(contact) में आते हैं तो ये जलवाष्प बोतल के बाहरी सतह पर एकत्रित हो जाते हैं और वहां का तापमान कम होने के कारण यह जलवाष्प द्रव अवस्था(liquid state) में परिवर्तित हो जाते हैं जिससे बोतल के बाहरी सतह पर पानी आ जाता है
ऐसा बिल्कुल नहीं होता है कि बोतल के अंदर मौजूद पानी के कण रिसकर(seep out) बोतल के बाहरी सतह पर आते जाते हैं
यह प्रक्रिया तब ही संभव होगी जब बोतल में रखे पदार्थ का तापमान जलवाष्प के तापमान से कम हो अगर जलवाष्प का तापमान ज्यादा नहीं है तो बोतल के बाहरी सतह पर पानी नहीं आ सकता

