पृथ्वी की सतह से नलों तथा कुएं के माध्यम से जब ठंड के दिनों में पानी निकालते हैं तो हमें गर्म महसूस होता है तथा गर्म के दिनों में हमें ठंडा महसूस होता है क्यों ?




 पृथ्वी पर पानी Crust में पाई जाती है पृथ्वी की सतह से Crust की मोटाई लगभग 100 किलोमीटर तक होती है पृथ्वी के ऊपरी सतह से लगभग 11 किलोमीटर (मेरियाना गर्त) तक पानी पाया जाता है 

सूर्य की गर्मी तथा पृथ्वी के Core की गर्मी से भी पानी का तापमान अपरिवर्तित रहता है सूर्य से निकलने वाले गर्मी पृथ्वी के केवल ऊपरी सतह को गर्म कर पाती है पृथ्वी के अंदर यानी Crust में जहां पानी है वहां तक सूर्य की गर्मी नहीं पहुंच पाती तथा पृथ्वी की Core इतना गर्म होने के कारण भी पानी का तापमान Change नहीं होता है क्योंकि जहां पानी है वह स्थान Core से बहुत दूरी पर है इस प्रकार पानी का तापमान हमेशा स्थिर रहता है परंतु हमारे वातावरण का तापमान परिवर्तित होता रहता है जैसे ठंड के दिनों में हमारे वातावरण का तापमान कम तथा गर्मी के दिनों में तापमान ज्यादा हो जाता है इसलिए जब नल या कुएं से ठंड के दिनों में पानी निकाला जाता है तब पानी का तापमान(Tempereture) हमारे वातावरण के तापमान से ज्यादा होता है इसलिए हमें पानी गर्म महसूस होता है परंतु गर्मी के दिनों में जब पानी नल या कुएं से बाहर आता है तब पानी का तापमान बाहर के तापमान से कम होता है जिससे हमें पानी ठंडा मौसम महसूस होता है      



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